Sunday, October 08, 2006

आज के इस दौर मे जिन्दगी झगड रही हैं, जिने के लिये
जैसे रेगिस्तान मे तडपता हैं कोई, एक बूंद पानी के लिये।
जिन्दगी सिर्फ मुश्किलो का ही नही,बल्कि उम्मीदो का भी फसाना हैं
बस एक उम्मीद ही काफी है,जिन्दगी जिने के लिये।।

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HOPE

A human being can live for

40 days without water

8 minutes without air

But not even 1 second without hope....



Sunday, July 23, 2006

इस हसीन रात देख, आज चाँद भी शरमा गया
तेरे हुसन कि रोशनी से, मेरा दिल भी पिघल गया।
कौन कहता हैं कमबख्त, कि तू चाँद का तुकडा है
वो खुदा भी गवाह है, कि आज भी वो चाँद तेरा तुकडा है ।।
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Thursday, June 08, 2006

एक अजीब दास्तान

उन लहरों से जब मैने ये पूछाँ
तुम खुद को क्यूँ इतना तडपाती हों
और इस किनारे पे आकर
वापस क्यूँ चली जाती हों

तो उन लहरों ने मुझसे कहा
इस किनारे कि चाहत ही, मुझे खींच लाती हैं
पर यहाँ आकर मेरी चाहत उस
किनारे के गम मे बदल जाती हैं

उसका वो हसीन नजा़रा
फिर मेरे आगोश मे खो जाता हैं
और उसकी तनहाई का गम
ही मुझे सागर मे वापस ले जाता हैं

हम दोनों कि चाहत की ये अजीब दास्तान हैं
और हमारे मिलन का न कोई रास्ता हैं
इसलिए हर रोज़ मै इस किनारे पे आती हूँ
और इसे महँसूस कर वापस चली जाती हूँ

उन लहरों को सुन, मुझे भी एक बात याद आ गई
उन लहरों से मेरी जिन्दगी भी मेल खा गई
मेरे अपनो की चाहत भी मुझे, उनके पास खींच लाती हैं
और दुसरे ही पल उनकी खुशी के लिए, मुझे वापस ले जाती हैं

हाँ, यही जिन्दगी की अजीब दास्तान हैं
आगे बढने का शायद यहीं रास्ता हैं
अपनो से बिछडने का गम होता है जरुर
पर उस मंजिल की तरफ बढने का यही रास्ता हैं

hello frnds,

This one is very philosophical poem.. and i want to know how many of you understud it exactly.
whats the real feelings behind this poem.Lets see how many of you can think in that way..
you can quote your answers in the comments section..
so plz go for that...


URS--

:"SHRI"KANT":
"------"-------"

Sunday, May 28, 2006

ऐ मेरे चाँद

क्यूँ खफा हैं आज चाँद मेरा
ये उन सितारों को भी मालूम नहीं
क्यूँ रुठा हैं आज इस शाम
ये उन नजा़रों को भी मालूम नहीं

ऐ चाँद तुझे तेरी चाँदनी की कसम
पलको को तो उठा ज़रा
इस हसीन रंगीन शाम
तेरा यार कबसे पीछे खडा

तेरे उन शरबती होंठो की कसम
आज कसूर मेरा न था
तेरी याँद मे ये वक्त कैसे गुज़र गया
ये मझे अबतक मालूम न था

उन झील सी आँखो से हमे यूँ न देख
फिर खो जाने का डर लगता हैं
तेरी उस मासूमियत को हमारी
नज़र लग जाने का डर लगता हैं

ऐ चाँद हमे अपनी बाँहो मे ले ले
अपनी रेश्मी झुलफो के साये मे ले ले
उन मखमली होंठो से तो छू दे
उस नरम मुलायम आगोश मे ले ले

तेरी उन नरगीसी आँखो को चूम कर
तेरी उन शरबती होंठो को पीकर
तेरे उस शरमाने की नजा़कत को देखकर
आज हम मर भी जाऎं, तो हमे गम नहीं

तेरी उन सांसों की गरमी को छू कर
तेरी उन हाथो की नरमी को छू कर
तेरी उन ठंडीसी आहों को भर कर
आज हम मर भी जाऎं, तो हमे गम नहीं

ऐ मेरे चाँद तुझे मेरी कसम
इस दुनिया के उजालो मे कभी खो न जाना
ऐ मेरे चाँद तुझे मेरी कसम
इस दुनिया कि तनहाईयों मे हमे छोड न जाना

ऐ मेरे चाँद खुदा की कसम
तेरी रुह से पहले मेरी जान निकल जाऐ
ऐ मेरे चाँद खुदा की कसम
तेरी फूरकत मे हम कभी शामिल ना हो पायें

ऐ मेरे चाँद तेरी मोहब्बत ही मेरी जिन्दगी हैं
ऐ मेरे चाँद तेरा एहसास ही मेरी दिल्लगी हैं
ऐ मेरे चाँद ये मेरी मोहब्बत,मोहब्बत नहीं
शायद उस खुदा की ही बंदगी हैं,शायद उस खुदा की ही बंदगी हैं...


hello frnds,

This is my first ever romantic poem of my life.i tried hard...lets see u like it or not.Love is beautiful and u can understand it when u r in love.It dosen't matter whether u r in love with u r parents,frnds or grfrnd.but love is love.

Let me tell you abt this beautiful and romantic poem.It's in three phases.
1) how late boyfrnd convinces his grfrnd
2) how he expresses the beauty with his love
3) how important tht person's love in his life

So my dear frnds...if your are late try this poem on your beloved person.And i am sure it will work.And dont forget to tell me ki ---आप के चाँद ने क्या कहा ...
..bcoz मैं तो अभी भी अपने चाँद को उस आसमान मे ढूँढ रहा हूँ.. :-(
लेकिन क्या करे दिखाई नहीं देता और भगवान करे वो जब भी दिखे, वो ईद का चाँद हो.. ;-)

Wednesday, April 26, 2006

क्या ऐसा भी होता है ??

हमने उनसे किया था अपने प्यार का इज़हार
सुनाया था उन्हे, अपने दिल का हाल बार बार
उस पर उन्होनें किया ना एक पल का भी इंतजा़र
हाय!! वो उनका थप्पड़, हमे अभी भी याद़ आता है मेरे यार :-(
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हां भाई ऐसा भी होता है...
मेरे कई दोस्तों कि Tragedy
मैनें अपनी इस Comedy मे बयान कि हैं..
I hope this can atleast bring SMILE on their face..;-)

Monday, April 24, 2006

मेरी खामोशी

मेरी खामोशी को लोग क्यूँ इतना गलत समझते हैं
और इस बात पर हरदम ही नाराज़ रहते हैं
पर मेरे दोस्तों, हर बात लब्जो़ मे बयान नहीं होती
हम आज भी आपकी उतनी ही कदर करते हैं
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This sher is for all my frnds ...
Many people think that i am an introvert..but i am not...
its true that i was a little bit shy person during my school and college days.
I really want to break this myth ;-)

Thursday, April 13, 2006

चलते चलते

थक चूका हूँ आज मै, जिन्दगी कि राह चलते चलते
हार चूका हूँ आज मै, इन खामोश गलियारो मे चलते चलते
ऐ खुदा इस जिन्दगी कि राह मे इतना अँधेरा क्यूँ हैं ?
रूक गया हूँ आज मै, उन मंजिलो कि सिढियों को ढूँढते ढूँढते

सिढियाँ तो वही हैं दोस्त, जा फिर ढूँढ उसे चलते चलते
इस राँह से नहीं; तो उस राँह से, पर ढूँढ उसे चलते चलते
पर इतना ज़रूर याँद रखना कि अगर आज रूक गया तू चलते चलते
तो इन सिढियों के फासलें भी बढ़ जायेंगें चलते चलते
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Sometimes in our life we become so helpless that we didn’t want to move Ahead. Due to Many failures we feel that this is the end. But truth is that "IT’S NOT THE FALL THAT KILLS YOU, BUT ITS THE SUDDEN STOP IN THE END".

In the above conversation,When a person asked God --Why that path towards destiny is so dark? It becomes very difficult to find those small steps of success which leads to the destiny. But God replied that my dear friend those steps are still there. And only you have to find them..So try again and again...and also remember, if u stop somewhere then the distances between those small steps will also start increasing. Then it will become more difficult for u to move frm one step to another.

So finally moral of the story, you should never stop...you should always keep moving..and remember that
"Our greatest glory is not in never falling but in rising every time we fall."

Sunday, April 02, 2006

Sher-O-Shayari

तेरी कामियाबी

ऐ मेरे दोस्त, तुझसे मिलने कि आरज़ू मे
हम बैठे थे रात दिन..............
शायद तेरी तन्हाई पर वो खुदा भी मजबूर था
कितनी शिदतो के बाद मिले हैं आज हम
शायद तेरी कामियाबी का जशन् ही उसे मंजूर था

Friday, March 31, 2006

Sher-O-Shayari

जिन्दगी

ऐ जिन्दगी तेरी आरज़ू मे, हमने खुदको मिटा दिया
ऐ जिन्दगी तेरी आरज़ू मे, हमने लहू बहा दिया
ऐ जिन्दगी हमे तुझसे ये उंमीद न थी
तुने हमारी ही आरज़ूऒं को उस लहू मे बहा दिया

Thursday, March 30, 2006

Sher-O-Shayari

ऐक मुलाकात

उन्हे देखकर कुछ ऐसा लगा
जेसे जन्नत से आई थी वो,
पल भर मे ही कहाँ छुप गई
शायद हमसे ही शरमाँई थी वो

दोस्ती

इन दुनियाँ कि नज़रों से, मुझे यूँ न देखो
तुम्हे वो चाँद नही, उसका दाग नज़र आयेगा
ऐ मेरे दोस्त, दोस्ती कि नज़र से देख
उस दाग मे भी तुझे, तेरा नाम नज़र आयेगा

Wednesday, March 29, 2006

मंजिल

इन रास्तों पर चलना तू कब सिखेगा
जब जिदंगी कि राह हैं इतनी बडी
इन तन्हाईयों से तू कब निकलेगा
जब महफ़िल हैं आज इतनी बडी

ऎ मेरे दोस्त, उस मंजिल को देख
उसे पाने के सपनो को देख
फिर एक दिन आयेगा ज़रुर
जब महफ़िल भी तेरी, और मंजिल भी तेरी

इन वक्ख्त के अंधेरों को
तुझे अपने फासलों से मिटाना हैं
इन चार दिवारी को लांघ कर
तुझे दूर दूर तक जाना हैं

उस मंजिल को देख कर
तुझे आज कदम बढा़ना हैं
राह कितनी भी बडी हो
पर तुझे चलते जाना हैं

हर कदम कि ठोकरों पर
तुझे संभलते जाना हैं
और उन ठोकरों से सिखकर
तुझे बढ़ते जाना हैं

ये जिदंगी कि महफ़िल है दोस्त
कोई रास्ते का तमाशा नहीं
ये ख्वाईशों का सागर हैं
जिसका कोई किनारा नहीं

उस मंजिल कि ख्वाईश को लेकर
तुझे आज तैरते जाना हैं
उन आसमा सी लहरों को
तुझे चिरते जाना हैं

फिर एक दिन आयेगा ज़रुर
जब एक हसीन नजा़रा होगा
एक किनारे पे तेरा खुशियों
से भरा आशियाना होगा

फिर उस शाम तेरे अफ़सानो से
भरी होगी महफ़िल तेरी
फिर उस शाम तेरे आशियाने
मे खडी होगी मंजिल तेरी

अब ऐ मेरे दोस्त मुड के देख
जिदंगी कि राह को थोडा उठ के देख
जिदंगी कि राह है बहुत छोटी
पर इन फासलों कि कश्मकश
मे लगती है बहुत मोटी

इन फासलों कि कश्मकश
को तुझे मिटाना हैं
इस जिदंगी कि महफ़िल मे
रफ़तार से तुझे जाना हैं

ऎ मेरे दोस्त, उस मंजिल को देख
उसे पाने के सपनो कि महफ़िल को देख
फिर एक दिन आयेगा ज़रुर
जब ये महफ़िल भी तेरी, और मंजिल भी तेरी

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In our life we always want to reach to our manzil. We always want to fulfill our dreams.This poem also talks about a way to reach to your manzil. It tells you that you should always think about your dreams.But only dreaming won't help you, you have to work hard for that, you have to learn from your mistakes. And then one day will come, when you will achieve that success. At that time when you look back to your journey, you will discover that the path to this destiny was very small. But due to this all "Kashma-kash" of life it looks very big. So you always have to take the right decision -at the right time -at the right place, so that you can reach to your destiny as soon as possible. So my friends think about your manzil, dream about your manzil. And one day will come when you will also reach to your manzil..
CREATIVITY

When someone talks about Creativity, it sounds good. I still remember that day when my friend asked me : R u a creative person? And I end up like this... ya I know how to drive, to cook, to play.........but guys this is not creativity. Creativity has bigger meaning. Creativity means involving the use of imagination or original ideas in order to create something. It’s due to creativity Einstein come up with theory of relativity, Vinci with Mona Lisa, John Nash with Game theory. And I believe that every human being in this world is creative bcoz he has that special unique quality in himself. But he has to take his creativity out of his shell. Creativity can help you to express yourself. It really doesn’t matter what u create. Whether it’s a painting or sculptor, or poetry or something else. And the best things I like about these blogs are that they really help you to express yourself and become more creative. So guys if u can plz try to be creative person.

Apart from my small lecture on creativity ;-) Today I am happy to inform you. That I created this blog meri nazm to express some of my creation. I am not a good Hindi aur urdu poet. Also I left studying Hindi as a language after my 6th standard. But After that I am still in love with this language. First i started with small shers but after sometime I found that I can write good poems also. Sometimes these poems may sound philosophical or different to you. But I always tried to convey some message through that.

This blog contains poems which I ve written in my past and present. I also tried hard to show different shades of life through my words......I hope that u will enjoy it .I would also like to hear your comments on those, so that I can improve more. If you like this blog then plz pass on this to your friends.