इस हसीन रात देख, आज चाँद भी शरमा गया
तेरे हुसन कि रोशनी से, मेरा दिल भी पिघल गया।
कौन कहता हैं कमबख्त, कि तू चाँद का तुकडा है
वो खुदा भी गवाह है, कि आज भी वो चाँद तेरा तुकडा है ।।
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Sunday, July 23, 2006
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